चरणों की धूल बराबर रुपया!
जिस रुपये के लिए लोगों ने अपना मान गिरा दिया, सम्मान गिरा दिया, देश का नाम गिरा दिया वह रुपया इतना नीचे गिर जाएगा कभी सोचा नहीं था. इसीलिए कहते हैं कि कभी इतना नहीं गिरना चाहिए कि दोबारा उठ ही न पाओ। रूपया ऐसा गिर गया है कि रुपये देने पर भी नहीं उठ […]
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